तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम बोलो, बस चंद लकीरों में छिपे अधूरे से कुछ किस्से हैं..
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बता किस कोने में
बता किस कोने में, सुखाऊँ तेरी यादें, बरसात बाहर भी है, और भीतर भी है..
मेरे महंगे महंगे ख्वाब..
तू आए और आकर लिपट जाए मुझसे, उफ्फ ये मेरे महंगे महंगे ख्वाब..
क्या पानी पे लिखी थी
क्या पानी पे लिखी थी मेरी तकदीर मेरे मालिक, हर ख्वाब बह जाता है, मेरे रंग भरने से पहले ही..
वो जो अँधेरो में
वो जो अँधेरो में भी नज़र आए ऐसा साया बनो किसी का तुम
उफ़ ये गजब की रात
उफ़ ये गजब की रात और ये ठंडी हवा का आलम, हम भी खूब सोते अगर उनकी बांहो में होते|
मोहब्बत के रास्ते
मोहब्बत के रास्ते कितने भी मखमली क्युँ न हो… खत्म तन्हाई के खंडहरों में ही होते है…!!
हजारों महफिलें है
हजारों महफिलें है और लाखों मेले हैं, पर जहां तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं|
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे, मगर हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो|
रफ्ता रफ्ता उन्हें भूले हैं
रफ्ता रफ्ता उन्हें भूले हैं मुद्दतों में हम.. किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हमसे पूछिये..