उम्र भर का

कौन देता है उम्र भर का सहारा लोग तो जनाजे में भी कंधे बदलते रहते हैं

उसकी यादें तो

भूलना भी एक नेमत ही है खुदा की…….!! वरना उसकी यादें तो पागल ही कर दें………!!!

खुला रखता हुँ

दिल के दरवाजों को हमेशा ही खुला रखता हुँ, कहा है उसने “देर लगेगी पर आयेंगी जरूर”

होता है इत्तेफ़ाक

अगर होता है इत्तेफ़ाक, तो यूँ क्यों नहीं होता !! _______तुम रास्ता भूलो…और मुझ तक चले आओ..

ये रूहानी मुहब्बत

वो तब भी थी अब भी है और हमेशा रहेगी………! ये रूहानी मुहब्बत है कोई तालीम नहीं जो पूरी हो जाये………!

वो भी आधी रात

वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी …… फिर क्यों उसे “चाँद” और मुझे “आवारा” कहते हैं लोग …. ?

हमसे इश्क़ करके

परेशां है वो हमसे इश्क़ करके वफादारी की नौबत आ गई है….

अब उठती नहीं हैं

अब उठती नहीं हैं आँखें, किसी और की तरफ … पाबन्द कर गयीं हैं शायद, किसी की नज़रें मुझे !

Mohabbat lafzon ki

Mohabbat lafzon ki mohtaaz nahi hoti! Jab tanhai me aapki yaad aati hai, Hontho pe ek hi fariyad aati hai… Khuda aapko har khushi de, Kyonki aaj bhi hamari har khushi aapke baad aati hai..

आधा अधूरा इश्क़

ये बुजदिलों की तरह आधा अधूरा इश्क़ हमसे नहीं होता .. . . . हम जब भी करेंगे मोहब्बत बेइन्तहां ही होगी.

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