आजाद कर देंगे

आजाद कर देंगे तुम्हे अपनी चाहत की कैद से, मगर, वो शख्स तो लाओ जो हमसे ज्यादा कदर करे तुम्हारी..

गुज़री तमाम उम्र

गुज़री तमाम उम्र उसी शहर में जहाँ… वाक़िफ़ सभी थे कोई पहचानता न था..

काश प्यार भी

काश प्यार भी निकाह जैसा होता…….तीन बार प्यार प्यार प्यार कहकर तेरे हो जाते…..

वो रोई तो जरूर

वो रोई तो जरूर होगी खाली कागज़ देखकर, ज़िन्दगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने ख़त में..

वो जो अँधेरो में

वो जो अँधेरो में भी नज़र आए ऐसा साया बनो किसी का तुम|

मंज़ूर नहीं किसी को

मंज़ूर नहीं किसी को ख़ाक में मिलना, आंसू भी लरज़ता हुआ आँख से गिरता है…..

ज़िन्दगी के मायने तो

ज़िन्दगी के मायने तो याद तुमको रह जायेंगे , अपनी कामयाबी में कुछ कमी भी रहने दो…

दर्द लिखते रहे….

दर्द लिखते रहे….आह भरते रहे लोग पढ़ते रहे….वाह करते रहे।

शायरो की महफ़िल

लगती थी शायरो की महफ़िल जहा सुना है वो जगह अब सुनसान हो गयी|

वो जिंदगी जिसे

वो जिंदगी जिसे समझा था कहकहा सबने….. हमारे पास खड़ी थी तो रो रही थी अभी |

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