बेशक ही वो शतरंज में माहिर रहे होंगे क्योंकि उनकी चाल पर हजारो फ़िदा है
Tag: पारिवारिक शायरी
अफवाह थी…कि मुझें
अफवाह थी… कि मुझें इश्क हुआ है… लोगों ने पूछ पूछ कर आशिक बना दिया…
કેમ આ યાદો ની
કેમ આ યાદો ની આંધી ઓ થોભતી નથી.. અરે જો ને … કે આ જીંદગી તારા વિના જરાય શોભતી નથી
शर्त लगी थी दुनिया की ख़ुशी
शर्त लगी थी दुनिया की ख़ुशी को एक लफ़्ज़ मे लिखने की…. वो किताबे ढुँढते रह गये मैंने “बेटी” लिख दिया……!!!
वो माँ ही है
रुके तो चाँद जैसी है, चले तो हवाओं जैसी है, वो माँ ही है, जो धूप में भी छाँव जैसी है….?
समय खुद सुधारना पड़ता है.
घड़ी सुधारने वाले मिल जाते हैं, समय खुद सुधारना पड़ता है.
ख़ुशी के आंसू
हज़ारों मिठाइयाँ . . चखी हैं जमाने में . . . ख़ुशी के आंसू से . . मीठा कुछ भी नहीं ।।
शरीर की शुगर
इंसान अपने शरीर की शुगर… तो चेक करवाता रहता है… अगर ज़ुबान की कड़वाहट को चेक कराये.. तो सारी समस्या खतम !!! ?
इंसानियत दिल मे होती है
इंसानियत दिल मे होती है हैसियत मे नही, उपरवाला कर्म देखता है वसीयत को नही । ?
कमी नहीं हैं
सुनने की आदत डालो क्योंकि ताने मारने वालों की कमी नहीं हैं। मुस्कराने की आदत डालो क्योंकि रुलाने वालों की कमी नहीं हैं ऊपर उठने की आदतडालो क्योंकि टांग खींचने वालों की कमी नहीं है… प्रोत्साहित करने की आदत डालो क्योंकि हतोत्साहित करने वालों की कमी नहीं है —- !!