शर्त लगी थी दुनिया की ख़ुशी को
एक लफ़्ज़ मे लिखने की….
वो किताबे ढुँढते रह गये
मैंने “बेटी” लिख दिया……!!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
शर्त लगी थी दुनिया की ख़ुशी को
एक लफ़्ज़ मे लिखने की….
वो किताबे ढुँढते रह गये
मैंने “बेटी” लिख दिया……!!!