अब अपने शख्सियत की भला
मैं क्या मिसाल दूँ यारों,
न जाने कितने लोग मशहूर हो गये
मुझे बदनाम करते करते !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अब अपने शख्सियत की भला
मैं क्या मिसाल दूँ यारों,
न जाने कितने लोग मशहूर हो गये
मुझे बदनाम करते करते !