उमर बीत गई पर एक जरा सी बात समझ में
नहीं आई हो जाए जिनसे महोब्बत, वो लोग कदर क्यूं नहीं करते |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उमर बीत गई पर एक जरा सी बात समझ में
नहीं आई हो जाए जिनसे महोब्बत, वो लोग कदर क्यूं नहीं करते |