यूँ पानी से नहीं थमने वाली तेरी हिचकियाँ, इलाज़ चाहिए तो हमारी मौत की दुआ किया कर…
Category: Urdu Shayri
बेहिसाब झूठ कहा
बेहिसाब झूठ कहा तो खुदा मान बैठे.. जरा सा सच बोल दिया बुरा मान बैठे…
मनमौजी दिल का
मनमौजी दिल का सरल, मानव रहे प्रसन्न। तुनक़मिजाज़ी आदमी, रहता हरदम सन्न।।
कोई ख़ुशबू नहीं
कोई ख़ुशबू नहीं, साया नहीं, यादें नहीं पीछे, मगर आहट किसी की है…कि मुड़कर देख लेता हूं…!!
जिस रिश्ते को बनाए
जिस रिश्ते को बनाए रखने की चाहत दोनो तरफ़ से एक जैसी ना हो ,उसका टूट जाना बेहतर है ….!!
जब भी जिंदगी रुलाये
जब भी जिंदगी रुलाये समझना गुनाह माफ़ हो गये, और जब भी जिंदगी हँसाये समझना दुआ कुबूल हो गयी !!
सोचा था घर बनाकर
सोचा था घर बनाकर बेठुंगा सुकून से, पर घर की जरूरतों ने मुसाफिर बना डाला..!!
बहुत सोचना पड़ता है
बहुत सोचना पड़ता है अब मुँह खोलने से पहले,, क्यूंकि अब दुनियाँ दिल से नहीं दिमाग से रिश्ते निभाती है …!!
मेरी जिन्दगी को
मेरी जिन्दगी को अधूरा कर दिया । वाह रे मोहब्बत तुने अपना काम पूरा कर दिया।
तुम ठीक तो हो ना…
तुम ठीक तो हो ना…आज फिर बायीं आँख फड़क रही है मेरी..