अगर बे-ऐब चाहो तो फरिश्तों से निकाह कर लो, … मैं आदम की निशानी हूँ, खता मेरी विरासत है ।
Category: Shayari
કોઈ અસર નથી
છે આ શરીરની હાજરી ત્યાં સુધી લાગણી વરસાવી દે . . . પછી તસ્વીરને લાગણી ની કોઈ અસર નથી હોતી..
उस खुशी का
उस खुशी का हिसाब कैसे हो… तुम जो पूछ लो “जनाब कैसे हो””
जिंदगी उलझी पड़ी है
मैं भूला नहीं हूँ किसी को… मेरे बहुत अच्छे दोस्त है ज़माने में ……… बस थोड़ी जिंदगी उलझी पड़ी है ….. 2 वक़्त की रोटी ढूंढने में। ….
जन्नत का पता नहीं
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!!किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में,यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता……….!!अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर,अंधेरों में तुम तो मिल जाते हो, साया नहीं मिलता……..!!इस बेवफ़ा… Continue reading जन्नत का पता नहीं
समझ रहा हुँ
खामोश रहता हुँ क्योकि अभी दुनिया को समझ रहा हुँ! समय जरूर लुगाँ पर जिस दिन दाव खेलुँगा उस दिन खिलाङी भी मेरे होगे और खेल भी मेरा !!!
कोई तो लिखता होगा
कोई तो लिखता होगा इन कागज़ के ज़र्रों और इन पत्थरों का नसीब, वरना यह मुमकिन नहीं कि कोई पत्थर ठोकर खाए,आैर कोई भगवान हो जाए…. कोई कागज़ रद्दी बन जाए तो कोई कागज़ गीता या कुरान हो जाए…!
DIL Sanwar Jaaye
MOHABBAT Rooh Ka Zewar Pehen Le Jo Nikhar Jaaye, Wafa Bhi Ho Agar Shaamil To Bikhra DIL Sanwar Jaaye.
WAQT HI YAAD
AGAR LOG AAPKO SIRF JARURAT KE WAQT HI YAAD KARTE HAI TO BURA MAT MANO. KYOKI “MOMBATI KI YAAD TABHI AATI HAI JAB CHARO TARAF ANDHERA HO JATA HAI
Teri Talab K Siwa…
Main Chahta Hoon, Tujhe Younhi Umar Bhar Dekhoon Koi Talab Na Ho Dil Mein, Teri Talab K Siwa…!!!