तुम दिल दुखाया करो

सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है…. बस कभी भूलने की बात मत करना…

कौन सा मर्ज़

बताओ… कौन सा मर्ज़ हुआ है तुम्हें…! जो परहेज़ सिर्फ मेरे इश्क़ से है

अश्क भरकर लिख देती है

अश्क भरकर लिख देती है रंजोगम को मेरे हाथों को वो ऐसी एक कलम दे गया

मझधार तक पहुँचना

मझधार तक पहुँचना तो हिम्मत की बात थी साहिल के आस पास ही तूफ़ान बन गये|

वो मुझे इस तरह से

वो मुझे इस तरह से छोड़ गया.. जैसे रास्ता कोई गुनाह का हो…!

अब कुछ नहीं मेरी

अब कुछ नहीं मेरी रग रग में, रेंगती है तु मेरी नस नस में

मेरे सीख पे इमान लाये हैं

आया हूँ याद बाद-ए-फ़ना उनको भी क्या जल्द मेरे सीख पे इमान लाये हैं|

आदत न डालो…

नीँद को इंतजार की आदत न डालो……….. .. जो रूठ गई तो मुश्किल होगी.!!!!!!!

ख्वाब मत बना

ख्वाब मत बना मुझे सच नहीं होते.. साया बना लो मुझे साथ नहीं छोडूंगा…!

मेरी तो बस

मेरी तो बस एक छोटी सी ख्वाहिश है, की तुम्हारी कोई ख्वाहिश अधूरी ना रहे…

Exit mobile version