याद आयेगी हमारी तो

याद आयेगी हमारी तो बीते कल की किताब पलट लेना यूँ ही किसी पन्ने पर मुस्कुराते हुए हम मिल जायेंगे।

हमारी आंखों को

काश कोई हम पर प्यार जताता, हमारी आंखों को अपने होंठों से छुपाता, हम जब पूछते कौन हो तुम, मुस्कुरा कर वो अपने आप को हमारी जान बताता

पलट कर मत देखना

अब अगर तुम जाने ही लगे हो तो पलट कर मत देखना, क्योकि मौत की सजा लिखने के बाद, कलम तोड़ दी जाती है

मेरे बिन जी लोगे

उसने पुछा मेरे बिन जी लोगे ..?… साँस रुक चुकी थी ,वो समझे हम सोच रहे है ….

हैरत करूँ मलाल करूँ

हैरत करूँ मलाल करूँ  या गिला करूँ…. तुम गैर लग रहे हो बताओ मैं क्या करूँ…

मैं खुद दुनिया से

मेरी यादों से बच निकलो तो ….. वादा है मेरा तुमसे मैं खुद दुनिया से कह दूँगी…. कमी मेरी वफ़ा में थी !!!

उम्र ज़ाया कर दी

उम्र ज़ाया कर दी औरों के वजूद में नुक़्स निकालते निकालते इतना खुद को तराशते तो न जाने क्या से क्या हो जाते..

तेरी चाहत में

में दुनिया भुला दूंगा तेरी चाहत में |

मेरी वफ़ा में थी

मेरी यादों से बच निकलो तो ….. वादा है मेरा तुमसे मैं खुद दुनिया से कह दूँगी…. कमी मेरी वफ़ा में थी !!!

रिश्ता बनाये रखे

अच्छे समय से नहीं बल्कि अच्छे इंसान से रिश्ता बनाये रखे… क्योंकि…अच्छा इंसान अच्छा समय ला सकता है लेकिन अच्छा समय अच्छा इंसान नहीं ला सकता है…

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