मोहब्बत क्या होती है

मोहब्बत क्या होती है, हमने कर के बताया तो कहते हैं. अरे,ये तो हम कर चुके पहले भी!!!

कभी हम भी

कभी हम भी हँसते खेलते और मुस्कुराते थे, ज़नाब…. ये इश्क़ की आदत ने सब कुछ बदल के रख दिया|

रोज ढलता हुआ

रोज ढलता हुआ सूरज कहता है मुझसे, आज उसको बेवफा हुए एक दिन और बीत गया ।

मेरी धड़कनों को छूकर

देखो..! मेरी धड़कनों को छूकर.. और परेशां ना करो.. ये लडखडा जाती हैं.. तुम्हारा ख़याल भर आ जाने से.

जरूरते भी जरूरी हैं

जरूरते भी जरूरी हैं, जीने के लिये लेकिन, तुझसे जरूरी तो , जिंदगी भी नही!

करके हम यकीन

करके हम यकीन गले लगाया था हमे क्या पता वो हमसे रंजिश रखते है|

कभी कभी बहुत

कभी कभी बहुत सताता है यह सवाल मुझे, . हम मिले ही क्यूं थे जब हमें मिलना ही नहीं था..

बहुत आसान होता है

बहुत आसान होता है कोई उदाहरण पेश करना लेकिन… बहुत कठिन होता है खुद कोई उदाहरण बनना ॥

चल पड़ी है

चल पड़ी है दुआएं मेरी अर्श की जानिब, तुम बस मेरे होने की तैयारी करो..

बहुत इच्छा है

बहुत इच्छा है तेरे शहर आने की जरा मै भी तो देखू बेवफाओ का शहर कैसा होता है ! तू ये मत सोच की तेरे बिना मेरा वजूद नही, अगर तुझे मेरी कद्र नही तो मुझे भी तेरी जरुरत नहीं l

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