यही हुनर है

यही हुनर है उस स्याही का जो हर किसी की कलम में होती नहीं..

एक बहाने कि जरुरत

हमें गुजारने को ज़िन्दगी थी बस एक बहाने कि जरुरत, रास्ते में लोग गम देते गये और हमारी बसर होती गयी…..

जज़्बातों में ढल के

जज़्बातों में ढल के यूं , दिल में उतर गया बन के मेरी वो आदत , अब खुद बदल गया..

बदलना आता नहीं

बदलना आता नहीं हमे मौसम की तरह, हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं, ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक, कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते हैं|

सफ़र का लुत्फ़

सफ़र का लुत्फ़ लेना है तो सामान कम रखिये.. और जिंदगी का लुत्फ लेना है तो दिल मैं अरमान कम रखिये..

मुझे मेरे अंदाज मे

मुझे मेरे अंदाज मे ही चाहत बयान करने दे…. बड़ी तकलीफ़ से गुजरोगे जब ….. तुझे तेरे अंदाज़ में चाहेंगे……

ना जाने कौनसी

ना जाने कौनसी दवा है उसके पास, कुछ पल साथ गुजार लूं तो सुकून सा मिलता है।।

खता ये हुई

खता ये हुई तुम्हे खुद सा समझ बैठे, जबकि तुम तो तुम ही थे।।

हम भी फूलों कि तरह

हम भी फूलों कि तरह अपनी आदत से मजबूर है तोड़ने वाले को भी खूशबू की सजा देते है…!!

बस थोड़ी दूर है

बस थोड़ी दूर है घर उनका, कभी होता ना दीदार उनका । मेरी यादों में है बसर उनका, इतफ़ाक या है असर उनका । सहर हुई है या है नूर उनका, गहरी नींद या है सुरुर उनका । पूछे क्या नाम है हुज़ूर उनका, हम पे यूँ सवार है गुरुर उनका । हर गिला-शिकवा मंजूर… Continue reading बस थोड़ी दूर है

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