ऐ जिंदगी तू हँस ले

ऐ जिंदगी तू हँस ले मेरे जीने के अंदाज़ पे, वो दिन भी आएगा जब तू संवारेगी मुझे ।।

मैंने तो बिना सोचे

मैंने तो बिना सोचे मोहब्बत की है तुमसे, सोच के किया जाये उसे तो फरेब कहते है !!

अजीब सी बेताबी है…

अजीब सी बेताबी है… तेरे बिना, रह भी लेते है और रहा भी नही जाता..

चलती नहीं दुनिया

चलती नहीं दुनिया किसी के आने से, रूकती नहीं दुनिया किसी के जाने से. प्यार तो सबको मिल जाता है, कमी का पता तो चलता है किसी के दूर जाने से.

मत रहो दूर

मत रहो दूर हमसे इतना के अपने फैसले पर अफसोस हो जाये… कल को शायद ऐसी मुलाकात हो हमारी… के आप हमसे लिपटकर रोये और हम ख़ामोश हो जाये..!

उम्र कम थी

उम्र कम थी इश्क़ बेहिसाब हो गया…….!! एक वक्त के बाद ये रोग लाइलाज हो गया….!!

उनके लौट आने की

आज भी उनके लौट आने की आस बाकी है, वो जबतक ना मिलेंगे ये सांस बाकी है, हर एक सांस में उनका एहसास बाकी है, उनके दूर जाते कदमों की आवाज़ बाकी है, . . वो नहीं भूले होंगे हमें, अभी ये विश्वास बाकी है।।

किसी रिश्ते में निखार

किसी रिश्ते में निखार, सिर्फ अच्छे समय में हाथ मिलाने से नहीं आता……….. बल्कि …… नाज़ुक समय में हाथ थामने से आता है…

उम्र छोटी है

उम्र छोटी है तो क्या, ज़िंदगी का हरेक मंज़र देखा है, फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं, बगल में खंजर देखा है।

काश यह जालिम जुदाई

काश यह जालिम जुदाई न होती! ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती! न हम उनसे मिलते न प्यार होता! ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती!

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