लाख कसमें ले लो

लाख कसमें ले लो किसीसे, छोड़ने वाले छोड़ ही जाते है !!

सीख कर गयी है

सीख कर गयी है वो मोहब्बत मुझसे जिससे भी करेगी बेमिसाल करेगी..!!

मेरे होंठों पे

मेरे होंठों पे दिखावे का तबस्सुम है मगर मेरी आंखों में उदासी के दिए जलते हैं|

मेरी फ़ितरत कि

मेरी फ़ितरत कि मैं खिल जाता हूँ बे-मौसम भी मेरी आदत कि मैं मजबूर नहीं हो सकता !

मुझे महका कर

मुझे महका कर गुजर गया.. वो झोंका जो तुझे छूकर आया था..

आइये बारिशों का

आइये बारिशों का मौसम है, इन दिनों चाहतों का मौसम है…..

फिर पलट रही है

फिर पलट रही है बारिशों की सुहानी शामें ,फिर तेरी याद में भीगने के ज़माने आये हैं ..

यह आँसूं तुम्हारे दिए हैं

यह आँसूं तुम्हारे दिए हैं, इनसे नादानी नहीं होगी यह ताउम्र आँख मैं ही रहेंगे, उससे बाहर न आयेंगें

तू बिल्कुल चिलम सी

तू बिल्कुल चिलम सी कड़क और मैं बिल्कुल धुँआ धुँआ सा…

दिल तो कोई भी

दिल तो कोई भी बहला देता है,हुज़ूर को दिल दुखाने वाले पसंद हैं!

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