फिजाये जब झूमती है , ऐसा लगता है तुमने मुझ पर इनायत कर दी है । प्रीत में तुम्हारे सजते है ,तो ऐसा लगता है …. तुमसे मुहब्बत कर ली है । तेरा नशा इस कदर रच बस सा गया है … मेरी रूह में , ऐ हमदम ! नाम तुम्हारा लेते है तो ,ऐसा… Continue reading मुहब्बत कर ली है
Category: शर्म शायरी
तुझसे जुदाई के
तुझसे जुदाई के उस एक फ़ैसले के बाद मैं खुद भी अपने साथ कभी रहा नहीं
kon si manzil
Har ek pao mujhe rondhta hua nikla…… Na jane kon si manzil ka raasta hu me….!!!!!
Wo Pooche Agar
Hamari Be-khudi ka Haal Wo Pooche Agar… . To kahna’ Hosh Bas Itna hai k Tumko Yaad karte hai..
Mana ki ham
Dil ki tasalli ke liye haal hi puch liya karo, . . Mana ki ham tumhare kuch nai lagte….!!
kya Bigad Jata
Khawab Me He Chale Aate Tumhara kya Bigad Jata.. Tumhara Parda V Bna Rhta Mujhe Didar V Ho Jata..
ishq ka kya kasoor
Tauba q karte ho tum ishq se.. Mehbub tumhara befawa h.. Toh ishq ka kya kasoor…
ruka nai karte
Tujhe bhulna Na-Mumkin H…. qki Aankhe andhi V ho jaye to ansu ruka nai karte..
इतना मालूम है
गिनती तो ठीक से सीखी नही, मगर… इतना मालूम है, खुसिया बाटने से बढ़ती है..!!
कभी तो हिसाब करो
कभी तो हिसाब करो हमारा भी, इतनी मोहब्बत भला देता कौन है… उधार में..!!