विश्वास भी सिर्फ तुम

तुम क्या जानो कहाँ हो तुम मेरे दिल में मेरी हर धड़कन में हर निगाह जो दूर तलाक जाती है हर आशा जो पूरा होना चाहती है तुम क्या जानो क्या हो तुम मेरे लिए मेरी हर पल की आस मेरा विश्वास ज़िन्दगी की बैचेन घड़ियों में जिन्दा रहने को पुकारती हुई तुम मेरे करीब….हर… Continue reading विश्वास भी सिर्फ तुम

शायरी करोगे जनाब

मेरे दर्द का जरा सा हिस्सा लेकर देखो। सदियो तक शायरी करोगे जनाब।

तुम्हारी मुस्कराहट भी

गज़ब की चीज़ हैं तुम्हारी मुस्कराहट भी….. कम्बख़त क़ातिल भी हैं और ग़म की दवा भी…..!!

लगता चला गया

दिल भी न जाने किस किस तरह ठगता चला गया…. कोई अच्छा लगा और बस लगता चला गया…………

दुख की बात

दुख की बात ये है की…. वक्त बहुत कम है….!! ख़ुशी की बात ये है की…. अभी भी वक्त है….!! जैसी सोच.. वैसी जिंदगी….!!

सभी करते है

” दोस्ती ” सभी करते है मगर … कुछ लोग निभाते है .. कुछ लोग आझमाते है

तुमको ना रोकेंगे

मेरी बेचैन उमंगो को बहलाकर चले जाना, हम तुमको ना रोकेंगे बस आकर चले जाना…

धागे की तरह

मुझे तेरे ये कच्चे रिश्ते जरा भी पसंद नहीं आते.., या तो लोहे की तरह जोड़ दे,या फिर धागे की तरह तोड़ दे..!!

मस्जिद के सामने

हसीना ने मस्जिद के सामने घर क्या खरीदा, पल भर में सारा शहर नमाज़ी हो गया…!

बिगङी तकदीरें..

तमाम ठोकरें खाने के बाद, ये अहसास हुआ मुझे.. कुछ नहीं कहती हाथों की लकीरें,खुद बनानी पङती हैं बिगङी तकदीरें..

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