बेशक तुम्हारे बिना

बेशक तुम्हारे बिना जिंदगी काट सकते हैं, लेकिन “जिंदगी जी नहीँ सकते !

सुकून देने के लिए बनते हैं..

कुछ रिश्ते सुकून देने के लिए बनते हैं.. कलम से भी हमारा कुछ ऐसा हीं रिश्ता है!!

धुप में रहने वाले

धुप में रहने वाले जल्दी निखर जाते है, छाया में रहने वाले जल्दी बिखर जाते है !!

क्या लाजवाब था

क्या लाजवाब था तेरा छोड़ के जाना, भरी भरी आँखों से मुस्कुराये थे हम|

बड़ा बाजार है

बड़ा बाजार है ये दुनियां, सौदा संभल के कीजिये, मतलब के लिफाफे में बेसुमार दिल मिलते है …….!!

इश्क है तो इश्क का

इश्क है तो इश्क का इजहार होना चाहिये…. आपको चेहरे से भी बीमार होना चाहिये…

किस से पूछूँगा

किस से पूछूँगा खबर तेरी… कौन बतलायेगा निशान तेरा…

कुछ दिन से

कुछ दिन से मैंने दर्द की बात नही की … दुनिया समझ रही हैं बहुत खुश हूं मैं …

हर लम्हे में शामिल है

मेरी मसरूफियत के हर लम्हे में शामिल है उसकी यादेँ…सोचो मेरी फुरसतों का आलम क्या होगा..

कुछ तो शराफत सीख ले

कुछ तो शराफत सीख ले ऐ ‘मोहब्बत’ शराब से, बोतल पे कम से कम लिखा तो है कि मैं जानलेवा हूँ..

Exit mobile version