इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते

इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते हो जब तुम राह में कभी, युँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे !!

ढूँढ ही लेता है

ढूँढ ही लेता है मुझे किसी ना किसी बहाने से “दर्द” वाकिफ़ हो गया है मेरे हर ठिकाने से !

कोई दुआ असर नहीं करती

कोई दुआ असर नहीं करती, जब तक वो हमपर नजर नहीं करती, हम उसकी खबर रखे न रखे, वो कभी हमें बेखबर नहीं करती|

दिल दो किसी एक को

दिल दो किसी एक को और वो भी किसी नेक को, मंदिर का प्रसाद नहीं… जो बांट दो हर एक को

लोग बुरे नहीं होते…

लोग बुरे नहीं होते… बस जब आपके मतलब के नहीं होते तो बुरे लगने लगते है…

रस्म-ए-मोहब्बत

हाँ मुझे रस्म-ए-मोहब्बत का सलीक़ा ही नहीं, जा किसी और का होने की इजाज़त है तुझे।

तलाश ऐ वफा

तलाश ऐ वफा से …. क्यूँ खुद को तकलीफ देते हो, अब मान भी लो …. के दुनिया में कोई अपना नहीं होता…

न जाने क्यों

न जाने क्यों लोग अपना बना के सज़ा देते है, जिंदगी छीन के… ज़िन्दगी की दुआ देते है|

मौसम जो ये

मौसम जो ये थोड़ा खुश्क हो जायेगा…. न उलझिए हमसे जनाब, इश्क़ हो जायेगा….

शब्दो का शोर

शब्दो का शोर तो, कोई भी सुन् सकता है। खामोशियो की आहट सुनो तो कोई अलग बात है।।

Exit mobile version