यूँ तो मझे झूठ से सख्त नफरत है लेकिन अच्छा लगता है जब वो मुझे अपना कहता है
Category: प्यार शायरी
गिरती हुई बारिश
गिरती हुई बारिश के बूंदों को अपने हाथों से समेट लो, जितना पानी तुम समेट पाए, उतना याद तुम हमें करते हो, जितना पानी तुम समेट ना पाई, उतना याद हम तुम्हे करते हैं।
कबड्डी पूरी तरह से
कबड्डी पूरी तरह से भारतीय खेल है। कैसे? इसमें सब लोग एक साथ मिलकर एक ऐसे आदमी को नीचे गिराने में लगे रहते हैं, जो बेचारा कुछ करने आगे आया है।
बोझ सीने पे
बोझ सीने पे बहुत है साहब, पर मुस्कुरा देने में क्या लगता है l
मुफ़्त में सिर्फ
मुफ़्त में सिर्फ माँ -बाप का प्यार मिलता है। उसके बाद हर रिश्ते की कीमत चुकानी पड़ती है ।।
मैं मर जाँऊ तो उसको
मैं मर जाँऊ तो उसको खबर मत करना… अगर वो रो पड़ी तो ये दिल फिर धड़क जायेगा…
मुझे शराब से मोहब्बत
मुझे शराब से मोहब्बत नहीं है.. मोहब्बत हे तुमसे !
Mante hain raste
Mante hain raste pe mile the hum,, To bs kya hume raste pe la doge.
कहीं भी यूँ एकटक
कहीं भी यूँ एकटक देखते रहना,, हर आदत तेरी दी हुई लगती हैं।।
इक लफ्ज़ था
इक लफ्ज़ था मैं आधा अधूरा सा, रहबर से जुड़ा और कहानी बन गया !