फलसफा सीखना है

फलसफा सीखना है ज़िंदगी का उन परिंदों से, जो कूड़े में पड़ा गेंहू का दाना ढूंढ लेते हैं।।

कौन कहता है

कौन कहता है ,आंसुओं में वजन नहीं होता l एक आंसू भी छलक जाता है तो मन हल्का हो जाता |

ज़िन्दगी देने वाले

ज़िन्दगी देने वाले यूँ मरता छोड़ गए, अपनापन जताने वाले यूँ तनहा छोड़ गए, जब पड़ी जरुरत हमें अपने हमसफ़र की, तो साथ चलने वाले अपना रास्ता मोड़ गए।

तेरे कुछ और करीब

तेरे कुछ और करीब आना है मुझको, समझले रकीबो को और जलाना है मुझको….

मुकद्दर का मिज़ाज

बेपता ख़त सा होता है मुकद्दर का मिज़ाज, कोशिशों के पते ना मिले तो लौट जाता है…

वक़्त की गिरह में

वक़्त की गिरह में बाँध के रख छोड़ा है मैंने, वो हर लम्हा जो तुम बिन गुज़रता ही नही था…

दुआएं इकट्ठी करने मे

दुआएं इकट्ठी करने मे लगा हूं, सुना है दौलत शौहरत साथ नही जाती…

साँस थम जाती है

साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती; दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती; अजीब लोग हैं इस ज़माने में ऐ दोस्त; कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।

वो दिल ही क्या

वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे मैं तुझ को भूल के ज़िंदा रहूँ ख़ुदा न करे |

पागलपन की हद से

पागलपन की हद से न गुजरे तो प्यार कैसा. .? होश मे तो रिश्ते निभाए जाते है

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