दिल की किताब में

दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था, कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जाएंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था…

बेवजह दीवारों पर

बेवजह दीवारों पर इल्ज़ाम है, बँटवारे का… लोग मुद्दतों से एक कमरे में अलग-अलग रहते है…

हमने काँटों को भी

हमने काँटों को भी नरमी से छुआ है.. लोग बेदर्द हैं जो फूलो को भी मसल देते हैं..

दहेज़ में तुम सिर्फ मेरे लिए

दहेज़ में तुम सिर्फ मेरे लिए अपनी मोहब्बत लाना हक़.ऐ महेर में तुमको हम अपनी जिंदगी देंगे

कानों में डाल कर

कानों में डाल कर, मोतियों के फूल; सोने का भाव उसने गिराया, अभी- अभी!

फना होने की इजाजत

फना होने की इजाजत ली नहीं जाती ये मोहब्बत है जनाब पूछ के की नहीं जाती

बड़े सुकून से

बड़े सुकून से वो रहता है आज कल मेरे बिना, जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो उसे…

कोई ऐसी सुबह भी

कोई ऐसी सुबह भी मिले मुझे, के मेरी आँख खुले तेरी आवाज से..

सुनो‬.. इस दूनिया मेँ

सुनो‬.. इस दूनिया मेँ हर वो एक शख्स अकेला हैँ जिसने सच्चे दिल से मोहब्बत की हैँ…!!

मकड़ी भी नहीं फँसती

मकड़ी भी नहीं फँसती, अपने बनाये जालों में। जितना आदमी उलझा है, अपने बुने ख़यालों में…।।

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