तेरा प्यार मुझको

तेरा प्यार मुझको तड़पाता ही रहता है! तेरा ख्वाब मुझको तरसाता ही रहता है! बन चुकी है जिन्द़गी जुल्मों-सितम की यादें, मेरा नसीब मुझको तो रुलाता ही रहता है!

ये शायरी भी

ये शायरी भी दिल बहलाने का एक तरीक़ा है साहब जिसे हम पा नही सकते उसे अल्फ़ाज़ो में जी लेते है|

डाल दिया नावों ने

डाल दिया नावों ने डेरा किनारे कन्दील पानी में रात जलती रही|

ज़िन्दगी जब चुप सी रहती है

ज़िन्दगी जब चुप सी रहती है मेरे खामोश सवालो पर तब दिल की जुबाँ स्याही से पन्नें सजाती है|

ये जान भी

ये जान भी निकलेगी थोड़ा इंतज़ार तो कर तेरे इश्क़ ने मारा है बचूँगा नहीं|

देख के दुनिया को

देख के दुनिया को हम भी बदलेंगे अपने मिज़ाज ए ज़िन्दगी …. ..राब्ता सबसे होगा वास्ता किसी से नहीं|

ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे को

ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे को सलाम… मंजिल पता है के मौत है फिर भी दौड रही है….।।

क्या हो जब इश्क अकेलेपन से

क्या हो जब इश्क अकेलेपन से हो जाए.. साथ होना किसी का या ना होना इक सी बात हो जाए..!!

मौसम को इशारों से

मौसम को इशारों से बुला क्यूँ नहीं लेते रूठा है अगर वो तो मना क्यूँ नहीं लेते दीवाना तुम्हारा है कोई ग़ैर नहीं है मचला भी तो सीने से लगा क्यूँ नहीं लेते ख़त लिख कर कभी और कभी ख़त को जलाकर तन्हाई को रंगीन बना क्यूँ नहीं लेते तुम जाग रहे हो, मुझे अच्छा… Continue reading मौसम को इशारों से

इस तरह मिली वो मुझे

इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद, जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद, मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी, वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद|

Exit mobile version