ख्वाहिशों का जुनून हमें उस मोड़ पर ले जाता है ! जहाँ हम किसी का दिल दुखाने में भी पीछे नही हटते !!
Category: बेवफा शायरी
किसी बेगुनाह के लिए ।
मोहबत की मिसाल में,बस इतना ही कहूँगा । बेमिसाल सज़ा है,किसी बेगुनाह के लिए ।
मुफ़लीस खरीद लेता है
ये सोचकर मुफ़लीस खरीद लेता है, सुबह का अखबार शाम का बिस्तर होगा
तुम्हारा दीदार वो
तुम्हारा दीदार वो भी आँखों में आँखे डालकर.. … ये कशिश कलम से बयां करना भी, मेरे बस की बात नहीं ।
उसका मकां उसका घर
इसी उम्मीद में गुज़र गई उम्र उसकी, इक रोज उसका मकां उसका घर होगा
दहेज के लिये
दहेज के लिये लड़की को ना जलाओ,, अगर असली मर्द हो तो कमा के खिलाओ
ना जाने क्यों वो फिर
ना जाने क्यों वो फिर भी इतना प्यार करती है आज भी मुझसे… मैंने तो उसे कभी गुलाब का फूल तक नहीं दिया….!
काश की ज़िन्दगी में
काश की ज़िन्दगी में किसी के काश न रहे, खुश हों सब ज़िंदगी से नई तलाश न रहे.
किस तरफ जाना है
मुझे किस तरफ जाना है कोई खबर नहीं.. . साहब..मेरे रास्ते खो गए.. मेरी मोहब्बत की तरह.
हम बदल गए।
मैं वैसा ही हूँ, हम बदल गए।