बस के कंडक्टर सी

बस के कंडक्टर सी हो गयी है जिंदगी । सफ़र भी रोज़ का है और जाना भी कही नहीं।…..

वो अनजान चला है

वो अनजान चला है ईश्वर को पाने की खातिर.. बेख़बर को इत्तला कर दो की माँ-बाप घर पर ही है……….

परेशान देखता हूँ आजकल

देखता हूँ आजकल चहेरे -चहेरे पर मैं एक , थकान देखता हूँ आजकल , जिसको देखो उसको, परेशान देखता हूँ आजकल ।। . परिंदों को नोचते हुये,आसमान देखता हूँ आजकल , कश्तियों से लड़ते हुये , तूफान देखता हूँ आजकल ।। . सरहद के इस पार , उस पार , जब से तनाव बढ़ा ,… Continue reading परेशान देखता हूँ आजकल

MOTHER का M ही

MOTHER का ‘M’ ही महत्वपूर्ण है । क्योंकि ‘M’ के बिना बाकी सब OTHER है ।

जिंदगी तो अपने ही तरीके से

जिंदगी तो अपने ही तरीके से चलती है…. औरों के सहारे तो जनाज़े उठा करते हैं। सुबहे होती है , शाम होती है उम्र यू ही तमाम होती है । कोई रो कर दिल बहलाता है और कोई हँस कर दर्द छुपाता है. क्या करामात है कुदरत की, ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है… Continue reading जिंदगी तो अपने ही तरीके से

लोग‬ अकसर उस जगह पे जाते हैं

लोग‬ अकसर उस जगह पे जाते हैं जहा पे ‪#‎इतिहास‬ होता हैं………… ‪#‎मगर‬ हम तो जहा भी जाते हैं…. वहा ‪#‎इतिहास_बना_के_आते‬ हैं….

एक आँसू भी गिरता है

एक आँसू भी गिरता है तो लोग हजार सवाल पूछते हैं, .. ऐ बचपन लौट आ मुझे खुल कर रोना है…

अनुभव कहता है…

अनुभव कहता है… खामोशियाँ ही बेहतर हैं, शब्दों से लोग रूठते बहुत हैं

तू छोड़ दे कोशिशें..

तू छोड़ दे कोशिशें.. इन्सानों को पहचानने की…! यहाँ जरुरतों के हिसाब से .. सब बदलते नकाब हैं…! अपने गुनाहों पर सौ पर्दे डालकर. हर शख़्स कहता है- ” ज़माना बड़ा ख़राब है।”

वो थे पापा

जब मम्मी डाँट रहीं थी तो कोई चुपके से हँसा रहा था, वो थे पापा. . . ❤ जब मैं सो रहा था तब कोई चुपके से सिर पर हाथ फिरा रहा था , वो थे पापा. . . ❤ जब मैं सुबह उठा तो कोई बहुत थक कर भी काम पर जा रहा था… Continue reading वो थे पापा

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