क्या हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का., किसी काम से आये थे, किसी काम के ना रहे..
Category: जिंदगी शायरी
टूटे रिश्ते भी
जन्म-जन्मांतर के टूटे रिश्ते भी जुड़ जाते हैं, बस सामने वाले को आपसे कोई काम पड़ना चाहिए..!!
विश्वास भी सिर्फ तुम
तुम क्या जानो कहाँ हो तुम मेरे दिल में मेरी हर धड़कन में हर निगाह जो दूर तलाक जाती है हर आशा जो पूरा होना चाहती है तुम क्या जानो क्या हो तुम मेरे लिए मेरी हर पल की आस मेरा विश्वास ज़िन्दगी की बैचेन घड़ियों में जिन्दा रहने को पुकारती हुई तुम मेरे करीब….हर… Continue reading विश्वास भी सिर्फ तुम
बड़ी तकात है
“भरोसा” बहुत बड़ी तकात है पर यह यू ही नही काम आती है खुद पर रखो तो “ताकत” और दुसरो पर रखो तो “कमजोरी” बन जाती है ।
शायरी करोगे जनाब
मेरे दर्द का जरा सा हिस्सा लेकर देखो। सदियो तक शायरी करोगे जनाब।
तुम्हारी मुस्कराहट भी
गज़ब की चीज़ हैं तुम्हारी मुस्कराहट भी….. कम्बख़त क़ातिल भी हैं और ग़म की दवा भी…..!!
दुख की बात
दुख की बात ये है की…. वक्त बहुत कम है….!! ख़ुशी की बात ये है की…. अभी भी वक्त है….!! जैसी सोच.. वैसी जिंदगी….!!
अब यादें है
कुछ ख्वाब देखे,फिर ख्वाहिश बनी,अब यादें है…
आपको पहचानना पड़ेगा.
“प्रशंसक” आपको बेशक पहचानते होंगे मगर “शुभचिन्तकों” को आपको पहचानना पड़ेगा.
तसल्लियां तो देते हैं
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी। लोग तसल्लियां तो देते हैं, पर साथ नहीं।।