पसीने की स्याही से जो लिखते है अपने इरादों को,
उनके मुकद्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
पसीने की स्याही से जो लिखते है अपने इरादों को,
उनके मुकद्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते !!