फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ “इश्क” मुकम्मल
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ “इश्क” मुकम्मल
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है|