“दरिया” बन कर किसी को डुबोना बहुत आसान है…..
मगर “जरिया” बनकर किसी को बचायें तो कोई बात हो…..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
“दरिया” बन कर किसी को डुबोना बहुत आसान है…..
मगर “जरिया” बनकर किसी को बचायें तो कोई बात हो…..