इतने बुरे तो न थे , जितने इलज़ाम लगाये लोगो
ने,कुछ मुक्क़दर बुरे थे , कुछ आग लगाई लोगों ने !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इतने बुरे तो न थे , जितने इलज़ाम लगाये लोगो
ने,कुछ मुक्क़दर बुरे थे , कुछ आग लगाई लोगों ने !