समझ नहीं आता

समझ  नहीं आता जिंदगी तेरा फैसला,
एक तरफ तू कहती है, “सबर का फल मीठा होता है”
और
दूसरी तरफ कहती हो की “वक्त किसी का इंतजार नहीं करता

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