तुम्हारी प्यारी सी नज़र

तुम्हारी प्यारी सी नज़र अगर इधर नहीं होती, नशे में चूर फ़िज़ा इस कदर नहीं होती, तुम्हारे आने तलक हम को होश रहता है, फिर उसके बाद हमें कुछ ख़बर नहीं होती..

आओ बैठो करीब मेरे

आओ बैठो करीब मेरे कुछ तो बात करो,मैं हूँ ख़ामोश गर तो तुम ही शुरुआत करो…

छोडो बिखरने देते हैं

छोडो बिखरने देते हैं ज़िंदगी को.. आखिर समेटने की भी एक हद होती है…

तारीफ़ करने वाले

तारीफ़ करने वाले बेशक आपको पहचानते होंगे, मगर फ़िक्र करने वालो को आपको ही पहचानना होगा

जब मोहब्बत बेहिसाब की तो

जब मोहब्बत बेहिसाब की तो जख्मों का हिसाब क्या करना? अक्ल कहती है मारा जाएगा, दिल कहता है देखा जाएगा।

सोचा था घर बना कर

सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से.. पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला

खूबसूरत सा रिश्ता

बड़ा खूबसूरत सा रिश्ता है तेरा और मेरा.. न तूने कभी बाँधा और न मैने कभी छोड़ा !!

गाँव में जो छोड़ आए

गाँव में जो छोड़ आए हजारों गज की हवेली, शहर के दो कमरे के घर को तरक्की समझने लगे हैं।

खत की खुशबु

खत की खुशबु बता रही है…. लिखते वख्त उनके बाल खुले थे…

जरुरी नहीं की

जरुरी नहीं की काम से ही इंसान थक जाए फ़िक्र…धोके.. फरेब भी थका देते है इंसान को… जिंदगी में मेरे दोस्त ..

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