बड़ा गजब किरदार है

बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का, अधूरी हो सकती है मगर ख़तम नहीं !!

तू साथ रहे

तू साथ रहे तो दिल भी गुनगुनाता है, जो तू नहीं तो धड़कन भी शोर लगती है !!

मामूली सी चाहत

मामूली सी चाहत मेरी तेरे नाम से जुड़ कर अनमोल हो गई…

मुँह फेर कर बैठे हो

मुँह फेर कर बैठे हो यूं बेरुखी से.. पल ही बीता हैं पर लगा रहा है सदियों सा..!!

उसके चले जाने के बाद

‬:उसके चले जाने के बाद हम मोहब्बत नहीं करते किसी से, छोटी सी जिन्दगी है किस किस को अजमाते रहेंगे

कभी बेपनाह बरसी

कभी बेपनाह बरसी , तो कभी गुम सी है ये बारिशें भी कुछ तुम सी है

उम्र भर कुछ ख़्वाब दिल पर

उम्र भर कुछ ख़्वाब दिल पर दस्तकें देते रहे, हम कि मजबूर-ए-वफ़ा थे आहटें सुनते रहे…

तमाम उम्र तेरा

तमाम उम्र तेरा इंतिज़ार कर लेंगे मगर ये रंज रहेगा कि ज़िंदगी कम है|

आया न एक बार भी

आया न एक बार भी अयादत को वह मसीह, सौ बार मैं फरेब से बीमार हो चुका।

सवाल ज़हर का

सवाल ज़हर का नहीं था वो तो हम पी गए तकलीफ लोगो को बहुत हुई की फिर भी हम कैसे जी गए|

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