भूलना सीखिए जनाब….

भूलना सीखिए जनाब…..। एक दिन दुनिया भी वही…. करने वालीहै.!!

जी में जो आती है

जी में जो आती है कर गुज़रो कहीं ऐसा न हो कल पशेमाँ हों कि क्यों दिल का कहा माना नहीं |

लाख पता बदला

लाख पता बदला …..मगर पहुँच ही गया… ये ग़म भी था कोई “डाकिया” ज़िद्दी सा…

मिजाज पूछ लिया

तुमने आकर मिजाज पूछ लिया,अब कहाँ तबिअत संभलती है।

अब बहाने नहीं

मुस्कुराने के अब बहाने नहीं ढूढने पड़ते तुम्हें याद करते हैं तमन्ना पुरी हो जाती है|

दुखी होता है

दुखी होता है, जब कोई…!!! तो सबसे पहले, उसे याद करता है, जिसे वो प्यार करता है…!!!

धड़कनों ने बताया

धड़कनों ने बताया मोहब्बत आज भी उसी से है|

क़ैद ख़ानें हैं

क़ैद ख़ानें हैं , बिन सलाख़ों के कुछ यूँ चर्चें हैं , तुम्हारी आँखों के.

वो कहता है

वो कहता है की बता तेरा दर्द कैसे समझू, मैंने कहा की इश्क़ कर और कर के हार जा !!

चल तलाशते है..

चल तलाशते है.. कोई तरीका ऐसा… मंद हवा भी बहे… और चिराग भी जले…

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