मुकाबले की जिद

मुकाबले की जिद ठहरी तो आओ मुकाबला कर लें, हमने कई बार अपने हुनर से जमाने का भरम तोड़ा है…

जिंदगी में बेशक

जिंदगी में बेशक हर मौके का जरुर फायदा उठाओ, मगर किसी के हालात और मजबूरी का नहीं..!!

एक नींद है

एक नींद है जो रात भर नहीं आती और एक नसीब है जो न जाने कब से सो रहा..

बेशक वो ख़ूबसूरत आज

बेशक वो ख़ूबसूरत आज भी है, पर चेहरे पर वो मुस्कान नहीं, जो हम लाया करते थे..!!!

Umeedon Ka Chiraagh

Wabasta Ho Gai Thi Kuch Umeedain Aap Say, Umeedon Ka Chiraagh Bhujaany Ka Shukriyaa….!

तुमको देखा तो

तुमको देखा तो फिर उसको ना देखा हमने….!! चाँद कहता रहा कई बार कि मैं चाँद हूं, मैं चाँद हूँ….!!

जिसकी बातों में दम नहीं होता

चीखता है वही सदा जिसकी बातों में दम नहीं होता

मज़हबी दंगे में

ज़िन्दगी भर रामलीला में लड़े सच की तरफ मज़हबी दंगे में वो मारे गए रहमत मिया|

बाढ़ का पानी

बाढ़ का पानी घरों की छत तलक तो आ गया रेडियो पर बज रहा मौसम सुहाना आएगा|

जलील ना किया

जलील ना किया करो किसी फकीर को ऐ दोस्त…. वो भीख लेने नही तुम्हें दुआएँ देने आता है..

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