इस बनावटी दुनिया में

इस बनावटी दुनिया में कुछ सीधा सच्चा रहने दो, तन वयस्क हो जाए चाहे, दिल तो बच्चा रहने दो, नियम कायदो की भट्टी में पकी तो जल्दी चटकेगी, मन की मिट्टी को थोडा सा तो गीला, कच्चा रहने दो|

उमर बीत गई

उमर बीत गई पर एक जरा सी बात समझ में नहीं आई…!! हो जाए जिनसे मोहब्बत,वो लोग कदर क्युँ नहीं करते…..!

गुज़र जायेगा ये

गुज़र जायेगा ये दौर भी ज़रा सा इतमिनान तो रख… जब खुशियाँ ही नही ठहरीं तो ग़म की क्या औक़ात है..

मेरे दिल की ख़ामोशी

मेरे दिल की ख़ामोशी पर मत जाओ दोस्तों, क्यूंकि राख के नीचे अक्सर आग दबी होती है!!

रोने की वजह न

रोने की वजह न थी हसनेका बहाना न था क्यो हो गए हम इतने बडे इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था!

सुनो मुझको खो

सुनो मुझको खो दोगी तो पछताओगी बहुत …! ये आखरी गलती तुम बहुत सोच-समझ कर करना …!!

सोने से पहले

सोने से पहले तुम्हे याद करलु कोई दुआ हो जैसे पूरी करलु

ना जाने कौन

ना जाने कौन मेरे हक में दुआ पढ़ता है डूबता भी हु तो समन्दर उछाल देता है…

क्या खूब मेरे

क्या खूब मेरे क़त्ल का तरीका उन्होंने इजाद किया मर जाऊं हिचकियों से, इस कदर उन्होनें हमें याद किया

फिर पलको पे

फिर पलको पे ठहर गई नमी..!! दिल ने कहा बस”एक तेरी कमी

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