नज़दीक ही रहता है

नज़दीक ही रहता है वो पर मिलने नही आता.. पुछो तो मुस्करा के कहता है.. तुम से तो मुहोब्बत है.. तुम से क्या मिलना..

अब समझदार हो गए है

लोग अब समझदार हो गए है…. हैसियत देख कर साथ निभाते है।

मुद्दतों बात किसी ने

मुद्दतों बात किसी ने पूछा कहा रहते हो हमने मुस्कुरा के कहा अपनी औकात मे|

ना चाहते हुए भी

ना चाहते हुए भी साथ छोड़ना पड़ता हे, जिंदगी में कुछ मजबूरिया मोहब्बत से ज्यादा ताकतवर होती हे !!

हम जा रहे हैं

हम जा रहे हैं वहां जहाँ दिल की क़दर हो… बैठे रहो तुम अपनी अदाएं लिए हुए !!

ना होना बेमुरव्वत

ना होना बेमुरव्वत, ना दिखाना बेरुखी, बस सादगी से कहना के बोझ बन गये हो तुम |

दुनिया के रैन बसेरे में

दुनिया के रैन बसेरे में पता नहीं कितने दिन रहना है.. जीत लो लोगों के दिलों को ,बस यही जीवन का गहना है…

मेरी मौत पर भी

मेरी मौत पर भी उसके आखौं में आसुं न थे उसे शक था कि मुझ में अब भी जान बाकि है..

जनाजा रोक कर

जनाजा रोक कर वो मेरा कुछ इस अन्दाज़ मे बोले; गली छोड्ने को कहा था, तुमने तो दुनियां ही छोड दी।

उसकी गली का सफर

उसकी गली का सफर आज भी याद है मुझे साहेबान मैं कोई वैज्ञानिक नही था पर मेरी “खोज” लाजवाब थी..

Exit mobile version