कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब

कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब टूटे, ना जाने कितने टुकड़ो में अरमान टूटे. हर टुकड़ा एक आइना हैं ज़िन्दगी का, हर आईने के साथ लाखों जज़्बात टूटे..

बहुत अजीज़ है मुश्किल में डालने वाला

नज़र से दिल में मुहब्बत उतारने वाला.. बहुत अजीज़ है मुश्किल में डालने वाला..

हम ये भी भूल गए

घोंसला बनाने में… यूँ मशग़ूल हो गए.. उड़ने को पंख हैं… हम ये भी भूल गए…

महसूस जरुर होते हैँ

बदलता मौसम….. बदलते रिश्ते…. और बदलते लोग…… दिखते भले ना हो …… महसूस जरुर होते हैँ……

तुझें भूलना भी एक तरीके की जीत हैं मेरी

तुझें भूलना भी एक तरीके की जीत हैं मेरी क्यूँकि इतनी मेहनत मैंने तुझे पाने के लिए भी नहीं की थी

ना किसी से ईर्ष्या

ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़, मेरी अपनी मंजीले, मेरी अपनी दौड़ !.

ये दुनिया वाले एक ख़ता के बदले

ये दुनिया वाले एक ख़ता के बदले, सारी वफ़ाएँ भुला देते हैं ….

ये सिर्फ मेरा है

हमने लिया सिर्फ होंठों से जो तेरा नाम.. दिल होंठो से उलझ पड़ा कि ये सिर्फ मेरा है !!

फिक्र तब होती है जब

जुबाँ न भी बोले तो, मुश्किल नहीं… फिक्र तब होती है जब… खामोशी भी बोलना छोड़ दें…।।

होंगी कुछ उनकी भी मजबूरियाँ

होंगी कुछ उनकी भी मजबूरियाँ, यूंही कोई हमेशा ऑफलाइन नहीं होता…!!!

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