दरवाजे बडे करवा लिये हैं अब हमने भी अपने आशियाने के क्योंकि……? कुछ दोस्तो का कद बडा हो गया है चार पैसे कमाने से…!!
Tag: पारिवारिक शायरी
दादा दादी के पास बैठना है
दुनिया का सबसे फायदेमंद सौदा दादा दादी के पास बैठना है, चंद लम्हों के बदले में वो आपको बरसो का तजुर्बा देते है…!!!
भूखा गरीब जो फूटपाथ पर पड़ा था
लोग उसे शराबी समझते रहे, दो दिन का भूखा गरीब जो फूटपाथ पर पड़ा था…!!!
बेटी होती है
“जो मम्मी, पापा को स्वर्ग ले जाये वह बेटा होता है” किंतु “जो स्वर्ग को घर में ले आये, वह बेटी होती है “
उस गरीब कि उम्मीदे भी क्या होगी
उस गरीब कि उम्मीदे भी क्या होगी…. जिसकी सांसे गुब्बारो मे बिकती है….
मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद
बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद, मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद
जिंदगी सौ साल की
नहीं मांगता भगवान कि, जिंदगी सौ साल की दे… दे भले चंद लम्हों की, लेकिन कमाल की दे..
कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब
कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब टूटे, ना जाने कितने टुकड़ो में अरमान टूटे. हर टुकड़ा एक आइना हैं ज़िन्दगी का, हर आईने के साथ लाखों जज़्बात टूटे..
जो दिखाई देता वो हमेशा सच नहीं होता
जो दिखाई देता वो हमेशा सच नहीं होता.. कही धोखे में आँखे है…कही आँखों के धोखे हैं..
हम ये भी भूल गए
घोंसला बनाने में… यूँ मशग़ूल हो गए.. उड़ने को पंख हैं… हम ये भी भूल गए…