खुद को इतना

खुद को इतना भी मत बचाया कर बारिशे हो तो भीग जाया कर चाँद लाकर कोई नहीं देगा अपने चेहरे से जगमगाया कर दर्द हीरा है दर्द मोती है दर्द आँखों से मत बहाया कर काम ले कुछ हसीन होंठो से बातो-बातो मे मुस्कुराया कर धुप मायूस लौट जाती है छत पे कपडे सुखाने आया… Continue reading खुद को इतना

उम्र भर ..बस

उम्र भर ..बस उम्र का .. पीछा किया… काम हमने कौन सा .. सीधा किया ; . पांव जब .. जमने लगे .. मेरे कहीं दिल निकल भागा .. ज़हन रोका किया ; . रोशनी .. अपनी लुटा दी .. हर जगह.. पूछते हो तुम .. कि हमने क्या किया ; . राह चलते ..जब… Continue reading उम्र भर ..बस

है अनोखा यार

है अनोखा यार मेरा , न कोई उसके जबाब का शबनम भी मांगती है, उससे वो चेहरा गुलाब का क्या गर्दन सुराहीदार है भरी है मस्ती शराब की काजल ने चढ़ा रखी है उसके कमाने शबाब की तरिका नहीं है बाकी , अब कोई बचाव का अंगडाई ले के जुल्फें हैं गीली बिखेर दी सब… Continue reading है अनोखा यार

तू जुल्फे सँवारने

तू जुल्फे सँवारने में लगी थी और मैं जिंदगी

उनकी चाहत मेँ

उनकी चाहत मेँ हम यूँ बँधे हैं, कि वो साथ भी नहीं हैं, और हम आजाद भी नहीं हैँ !

फ़ासले इस कदर हैं

फ़ासले इस कदर हैं रिश्तों में, घर ख़रीदा हो जैसे क़िश्तों में

तेरी जरूरत भी है

अजीब मेरा अकेलापन है… तेरी चाहत भी नहीं..और तेरी जरूरत भी है …!!!

जरूरत भर खुदा

जरूरत भर खुदा सबको देता है। परेशां है लोग इस वास्ते कि, बेपनाह मिले।

दिलनशी दुनिया के

दिलनशी दुनिया के नक्शों को ना होने दीजिए इस गुलिश्ता से गुजर जाईए, दरिया होकर!!!!

कभी नही बुझते

कभी जलाओ तो सही दुआओं से। दिये कभी नही बुझते फिर हवाओं से।

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