मुँह फेर कर बैठे हो

मुँह फेर कर बैठे हो यूं बेरुखी से.. पल ही बीता हैं पर लगा रहा है सदियों सा..!!

उसके चले जाने के बाद

‬:उसके चले जाने के बाद हम मोहब्बत नहीं करते किसी से, छोटी सी जिन्दगी है किस किस को अजमाते रहेंगे

कभी बेपनाह बरसी

कभी बेपनाह बरसी , तो कभी गुम सी है ये बारिशें भी कुछ तुम सी है

कठिन है तय करना

कठिन है तय करना उम्र का सफ़र तन्हा, लौट कर न देखूँगा चल पड़ा अगर तन्हा…

दिल को शोलों से

दिल को शोलों से करती है सैराब।। ज़िन्दगी आग भी है, पानी भी।।

उस एक शब के

उस एक शब के सहारे कट रही है हयात, वो एक शब जो तेरी महफिल में गुजार आये।

मिले थे एक अजनबी बनकर….

मिले थे एक अजनबी बनकर…. आज मेरे दिल की जरूरत हो तुम|

पता नही होश मे हूँ..

पता नही होश मे हूँ.. या बेहोश हूँ मैं…. पर बहूत सोच समझकर खामोश हूँ मैं..!!

वो इस तरह

वो इस तरह मुस्कुरा रहे थे , जैसे कोई गम छुपा रहे थे……! . बारिश में भीग के आये थे मिलने, शायद वो आंसु छुपा रहे थे…!!

नाराजगी गैरों से

नाराजगी गैरों से की जाती है अपनों से नहीं, तू तो गैर था हम तो अपने दिल से नाराज़ हैं.!!

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