तलब उठती है

तलब उठती है बार – बार… तुमसे बात करने की ! धीरे – धीरे ना जाने कब…. तुम मेरी लत बन गये !!

चलो आज ऐसा करते है

चलो आज ऐसा करते है तुम मोम बन जाओ, मै धागा बन जाऊं…. तुम मुझ मे पिघल जाओ, मै तुम मे जल जाऊं|

अगर दो लोग

अगर दो लोग लड़कर भी एक दुसरे के साथ रहते है…. तो उसका मतलब ये हुआ की दोनों बहोत प्यार करते है|

दुश्मन बने दुनिया तो

दुश्मन बने दुनिया तो इतना याद रखना मेरे दोस्त, तेरा यार जिन्दा है तो तेरा हथियार जिन्दा है|

इश्क की राह में

इश्क की राह में साथ चले थे दोनों, हम तो बरबाद हुए,आप कहाँ तक पहुंचे|

मायूस हो गया हूँ

मायूस हो गया हूँ जिंदगी के सफर से इस कदर… कि ना खुद से मिल पा रहा हूँ ना मंजिल से|

आऊंगा मै इक रोज

आऊंगा मै इक रोज तेरा दर्द पूछने ख़ुदा जो दे गर मुझे मेरा दर्द भूलने|

अब उस खुदा से

अब उस खुदा से भी अब शिकायत नहीं , क्या करूँ शिकायत , जब तुझे उसने मेरे हाथों में लिखा ही नही|

इतनी ख़ामोशी से

इतनी ख़ामोशी से गुज़र रही है ज़िंदगी अब, की मेरी धड़कनों को भी नहीं पता कि दिल रो रहा है|

मैं शीशा हूँ

मैं शीशा हूँ टूटना मेरी किस्मत है इसलिए पत्थरो से मुझे कोई शिकायत नहीं होती|

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