कभी तो खर्च कर दिया करो.. खुद को मुझ पर… तसल्ली रहें.. मामूली नही है हम….
Category: Zindagi Shayri
मैं शैतान हूँ
मैं शैतान हूँ कम से कम तब, जब तुम मेरे सामने भगवान बनने की कोशिश करो
गैरों से पूछती है
गैरों से पूछती है तरीके निजात के अपनों की साजिशों से परेशान जिन्दगी|
हंसने की दुआ दी है …
ये कैसी कसक बांके मेरे दिल को लगा दी है मैंने रो रो कर तुम्हे हंसने की दुआ दी है …
मैं इस तलाश में
मैं इस तलाश में बरसों से सो नहीं पाया के मेरी नींद न जाने कहाँ पे रखी है|
तुम बदले तो
तुम बदले तो मजबूरियाँ थी… हम बदले तो बेवफ़ा हो गए…!
मेरी बातों से
मेरी बातों से कुछ सबक़ भी ले ..मेरी बातों का कुछ बुरा भी मान ..
चले गये तो
चले गये तो पुकारेगी हर सदा हमको, न जाने कितनी ज़बानों से हम बयां होंगे|
खुद को देखता है आइना.!
आंखें अपनी साफ़ तो रखिये ज़रा.. उन में खुद को देखता है आइना.!
एक फूल अजीब था
एक फूल अजीब था, कभी हमारे भी बहुत करीब था, जब हम चाहने लगे उसे, तो पता चला वो किसी दूसरे का नसीब था|