अमीर होती है

बहुत अमीर होती है ये शराब की बोतलें… पैसा चाहे जो भी लग जाए पर सारे ग़म ख़रीद लेतीं है…

जीने की आदत

इतनी दूरियां ना बढ़ाओ थोड़ा सा याद ही कर लिया करो, कहीं ऐसा ना हो कि तुम-बिन जीने की आदत सी हो जाए…

कोई ज़रुरत नहीं

कसम की कोई ज़रुरत नहीं मुहब्बत को तुझे कसम है, खुदा को भी दरमियां रखना

चैन क्यो नहीं पड़ता

ये मुझे चैन क्यो नहीं पड़ता एक ही शख्स था जहान में क्या?

दुश्मन के सितम

दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमको,….. …,हम तो आपं के रूठ जाने से डरते हैं…

काश तुम भी

काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादों की तरह,न वख्त देखो,ना बहाना देखो,बस चले आओ !!

राख ही हुए हैं

अभी तो राख ही हुए हैं तुझे पाने की चाह में अभी तो बिखरने का खेल बाकी है

मुझी को देख

मुझी को देख, कहाँ पर शिकस्त खायी है अब इसके बाद तुझे शौक़ है तो हारे जा

सोचा था इस कदर

सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे, देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे, पर जब जब सामने आया उनका चेहरा, सोचा एस बार देखले, अगली बार भूल जाएँगे…..

इस दुनिया मे

इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हे “और कितना वक़्त लगेगा”

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