यूँ ही वो दे रहा है

यूँ ही वो दे रहा है क़त्ल कि धमकियाँ, हम कौन सा ज़िंदा हैं जो मर जाएंगे…

मैने रंग दिया

मैने रंग दिया हर पन्ना तेरे नाम से …. मेरी किताबो से पूछ इश्क किसे कहते है …..

जिंदगी अब नहीं

जिंदगी अब नहीं संवरेगी शायद.. तजुर्बेकार था.. उजाड़ने वाला…

आराम से तनहा कट रही थी

आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी.. जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी ।

आराम से तनहा कट रही थी

आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी.. जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी ।

तुझसे अच्छे तो जख्म हैं

तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ

क्या करूंगा मैं

क्या करूंगा मैं तेरे शीशमहल में आकर…..! जितने तेरे आईने हैं, उतने मेरे चहेरे भी नहीं…..!!

आज उस हद तक

आज उस हद तक सिर्फ दर्द ही दर्द है…. जिस हद तक उससे मोहब्बत की थी….

माना उन तक पहुंचती

माना उन तक पहुंचती नहीं तपिश हमारी, मतलब ये तो नहीं कि, सुलगते नहीं हैं हम….!!!

उस ने हँस कर

उस ने हँस कर हाथ छुड़ाया है अपना… आज जुदा हो जाने में आसानी है ..

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