मुझे निकाल कर वो शख़्स मेरे घर में रहा , जिस की शोहरत के लिए मैं सदा सफ़र में रहा…!
Category: Shayari
रात भर बातें करते हैं
रात भर बातें करते हैं तारे रात काटे किधर कोई तनहा…
रिश्ते कभी जिंदगी के साथ
रिश्ते कभी जिंदगी के साथ साथ नहीं चलते… रिश्ते एक बार बनते हैं… फिर जिंदगी रिश्तो के साथ साथ चलती है… !
मेरे हिस्से की
मेरे हिस्से की दुनिया बनाई ही नहीं गई तेरे नाम की साँसों के संग जी रहा हूँ मैं…
वो अकलमंद कभी
वो अकलमंद कभी जोश में नही आता, गले तो लगता है,आगोश मे नही आता।
भूख रिश्तों को
भूख रिश्तों को भी लगती है, प्यार कभी परोस कर तो देखिए।
मिटती है भूख
मिटती है भूख इनके ही दम से जहान की ताक़त है कितनी देखिये लोगो किसान में….
सितम याद आ रहा है
सितम याद आ रहा है रह रहकर.. मोहब्बत में कितने ज़ालिम सा था वो….
कभी आती है
कभी आती है हँसी खुद पर कभी खाली जेब पर हँसी आती है|
सबसे गिरी हुई चीज़
फायदा सबसे गिरी हुई चीज़ है, लोग उठाते ही रहते हैं..!!