चलो मुस्कुराने की

चलो मुस्कुराने की वजह ढुंढते हैं, तुम हमें ढुंढो…हम तुम्हे ढुंढते हैं…

नींदें छीन रखी है

नींदें छीन रखी है तेरी यादों ने, गिला तेरी दूरी से करें या अपनी चाहत से!!

मैं चिरागों की

मैं चिरागों की भला कैसे हिफाज़त करता, वक़्त सूरज को भी,हर रोज़ बुझा देता है…

टूटे हुए दिल भी

टूटे हुए दिल भी धड़कते है उम्र भर, चाहे किसी की याद में या फिर किसी फ़रियाद में…

इश्क होना जरुरी है

इश्क होना जरुरी है शायरी के लिए… अगर कलम लिखती तो हर दुकानदार शायर होता…

इतना न याद आया

इतना न याद आया करो के रात भर सो न सकें, सुबह को सुर्ख आँखों का सबब पूछते हैं लोग !

नज़रिया बदल के देख

नज़रिया बदल के देख, हर तरफ नज़राने मिलेंगे, ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे…

हँसकर दर्द छुपाने की

हँसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर थी मेरी, पर कोई हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता है…

रूबरू होने की

रूबरू होने की तो छोड़िये, लोग गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं…… ग़ुरूर ओढ़े हैं रिश्ते, अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं..

वो मुझ तक

वो मुझ तक आने की राह चाहता है, लेकिन मेरी मोहब्बत का गवाह चाहता है, खुद आते जाते मौसमों की तरह है, और मेरे इश्क़ की इन्तहा चाहता है।

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