जब से तुम्हारा पता

जब से तुम्हारा पता मालूम हुआ हैं। पता नही क्या क्या भूल गया हूँ मैं।

तुमसे हारा मैं

तुमसे हारा मैं, जिस बात पर, तुम्हारे बात ना करने की बात थी।

ये बेवजह मेंरा वजह ढूंढ

ये बेवजह मेंरा वजह ढूंढ लाना, तेरी दी हुई आदतों में से ही एक हैं।

मैंने जैसे तुम्हे चाहा

मैंने जैसे तुम्हे चाहा, तुमने चाहा कब? अब ना करो प्यार की बातें, फ़ोकट हुआ हैं प्यार अब।

चुटकियों में ऊड़ाया

मैं भी तो इक सवाल था हल ढूँढते मेरा ये क्या कि चुटकियों में ऊड़ाया गया मुझे

दिलों में नफ़रत

क्या मिलेगा दिलों में नफ़रत रख कर बड़ी मुख्तसर सी ज़िंदगी है मुस्कुरा के मिला करो|

मुझको मेरे वजूद

मुझको मेरे वजूद की हद तक न जानिए , बेहद हूँ, बेहिसाब हूँ, बेइन्तहा हूँ मैं …!!

कहीं इश्क़ ने

वो जो दो पल थे तेरी और मेरी मुस्कान के बीच बस वहीँ कहीं इश्क़ ने जगह बना ली.?

खास हूनर रखते है

वो भी अपने होठो पे इक खास हूनर रखते है, दिल तोड के कह देते है कि आखिर हुआ क्या है…!!

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