सनम तेरी बातें

नेताओ के वादे और सनम तेरी बातें, दोनों ही दिल और जेब पर सीधी मार करती हैं।

आखिर कब समझोगे

आखिर कब समझोगे तुम मुहब्बत को! अरे इसमें दग़ा नही, वफ़ा की जाती है!!

वो दिल से

एक खेल रत्न उसको भी दे दो बड़ा अच्छा खेलती है वो दिल से

इश्क़ बनाने वाले

ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूँ… मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता

लफ्ज़ों में ज़िन्दगी

कितने कम लफ्ज़ों में ज़िन्दगी को बयान करूँ, चलो तुम्हारा नाम लेकर किस्सा ये तमाम करूँ…!

क्या मासूमियत है

ना जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर.. तेरे सामने आने से ज्यादा, तुझे छुपके देखना अच्छा लगता है ..

जॊ आँखॊं में

जॊ आँखॊं में देखकर ना समझ पाया प्यार, अब तुम ही बताओ उसे कैसे करु इजहार …॥

इतना भी प्यार

इतना भी प्यार किस काम का..भूलना भी चाहो तो नफरत की हद तक जाना पढ़े..!!

सस्ता न समझ

सस्ता न समझ ये इश्क़ का सौदा पगली, तेरी हँसी के बदले पूरी जिंदगी दे रहा हूँ…….

मुश्किल वक़्त पे

मुझे जानू कहने वाली गर्ल फ्रेंड नही भी मिली तो चलेगा पर……. मुश्किल वक़्त पे भाई कहने वाला दोस्त होना चाइये….

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