छुपा लो इस तरह से मुझे अपनी बाहो मेँ कि हवा को भी गुजरने की इजाजत लेनी पडेँ
Category: व्यंग्य शायरी
pyaas bhujhane ke liye
Tere hontho ko chuma to ye ehsaas hua mujhe…Ki ek paani hi nahi hai pyaas bhujhane ke liye…!!
बहुत सोच समझकर
बहुत सोच समझकर हमसे कोई वादा करना…. ऐ दोस्तों…… हम वादे पर जिंदगी गुज़ार देते हैं…..!!
एक खता के बदले
इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से यूँ मदहोश होकर …. दुनिया वाले एक खता के बदले सारी वफ़ाएं भुला देते हैँ….!!!
खुदा से भी माँगा
अमल से भी माँगा वफा से भी माँगा, तुझे मैने तेरी रजा से भी माँगा, ना कुछ हो सका तो दुआ से भी माँगा, कसम है खुदा की खुदा से भी माँगा
निगाहों से भी
निगाहों से भी चोट लगती है जनाब…… जब कोई देखकर भी अनदेखा कर देताहै।..
शिकवा तकदीर का
शिकवा तकदीर का. ना शिकायत अच्छी !!!!! खुदा जिस हाल मे रखे वही जिंदगी अच्छी…….!!!!!!!
तकलीफ दे तो
आदत’ बना ली है। मैंने खुद को तकलीफ देने की । ताकि जब कोई अपना । तकलीफ दे तो फिर ” तकलीफ ” न हो.
अजब हाल है
अजब हाल है आदमी की शख्शियत का,.. हवस खुद की उठती है तवायफ उसको कहता है…
बदल के आते है
जिंदगी,, सुन,,, तू यहीं रुकना हम जमाना बदल के आते है,,,,,!